कुछ कामयाब लोग धार्मिक क्यों है ?
ब्रिटन के 15 सांसद और 3 मंत्रीओ ने गिता कि शपथ लेने कि खबर से भारत के हिंदुत्ववादी काफी खुष है, इसे वो अपने धर्म कि महानता समज रहे है.
हालांकी ये कोई पहली बार नही हुआ है हिंदु मुस्लिम इससे पहले भी ऐसी हरकते करते आये है.
2018 का फिफा वर्ल्ड कप फ्रान्स ने जिता था. उस टिम मे 6 खिलाडी मुस्लिम होने के कारण मुस्लिम इसे इस्लाम कि महानता बता रहे थे.
2019 मे क्रिकेट वर्ल्ड कप जितने पर इंग्लंड के इसाई कप्तान ने कहा था अल्लाह हमारे साथ है.
लंडन का मेयर भी धार्मिक मुस्लिम हि है.
लगभग हर बडे क्षेत्र मे हमे धार्मिक लोग देखने को मिलते है.
आखीर ऐसा क्या कारण है कि हिंदु इस्लाम ख्रिश्चन इन तिन धर्मो मे जन्मे ज्यादातर कामयाब लोग धार्मिक होते है और अपने धर्मग्रंथो पर पुरी आस्था रखते है?
इसके पिछे का कारण है बचपन मे मा-बाप और अन्य रिश्तेदारो ने लगाया हुया धर्म का नशा.
बच्चा जब अज्ञानी होता है तभी से उसे धर्मग्रंथो पर आस्था रखनी सिखायी जाती है.बचपन मे हि उसे धर्मग्रंथो कि अलग अलग कथाये सुनाई जाती है.ग्रंथो के पात्र उसे अपने आदर्श पात्र लगने लगते है.
इसलिए वो बच्चा आगे चल कर किसी भी क्षेत्र मे कामयाब हो जाये आस्था के नशे से छुटकारा पाना उसके लिए मुश्किल हो जाता है.
(ये ऐसा हि है कि कोई किसी बच्चे को बचपन मे हि दारु सिगरेट का नशा लगा दे. वो बच्चा बडा होकर कितना भी कामकाब बन जाये दारु सिगरेट के नशे से छुटकारा नही पायेगा.)
अलग अलग क्षेत्र मे कामयाब हुये धार्मिक लोंगो धर्मग्रंथो के बारे उतना हि पता होता है जितनी कहानीया इन्होने बचपन मे मा-बाप और दादा-दादी से सुनी थी.
लेकिन धर्म के ठेकेदार कामयाब धार्मिक लोगो को अपने धर्म के ब्रॅन्ड अॅम्बेसिडर के रुप मे इस्तेमाल करते है. और सामान्य लोगो के दिमाग मे ये बात डाल देते है कि देखो इतना बडा कामयाब व्यक्ती भी अपने ग्रंथो पर आस्था रख रहा है. इससे सामान्य बुद्धी के सामान्य लोगो को ऐसा लगने लगता है कि सच मे कामयाब होने के लिए किसी ग्रंथ पर आस्था रखना जरुरी है.
कोई कामयाब धार्मिक व्यक्ती किसी धर्मग्रंथ पर आस्था रखता है इसका मतलब ये बिलकुल नही है वो धर्मग्रंथ सही है वो तो केवल बचपन मे मा-बाप और दादा-दादी ने सुनाई धार्मिक कथाओ के कारण उस ग्रंथ पर आस्था रखते है.
कोई धर्मग्रंथ सही है या नही ये जानने के लिए आप खुद हि वो ग्रंथ पुरा पढ ले या फिर उस ग्रंथो के विद्वान कि कोई पुस्तक पढ ले.
जैसे सुरेंद्र कुमार शर्मा'अज्ञात' जिन्होंने हर हिंदु धर्मग्रंथ का वास्तविक स्वरुप लोगो को दिखाया है.
अंतः यह सिद्ध है कि कोई कामयाब व्यक्ती किसी ग्रंथ पर आस्था रखता है इसलिए उस ग्रंथ को सही नही कहा जा सकता.
कल कोई सिगरेट भेजने वाला ये भी कह सकता है कि फलाना कामयाब व्यक्ती सिगरेट पिता है इसलिए सिगरेट पिना सही है
Aapki bate 100 parsent sahi hoti hai .jai mulniwasi
ReplyDeleteBILKUL SACH KAHA APP NA
ReplyDeleteबहुत अच्छा सुझाव दिया है
ReplyDeleteWow kya baat hai
ReplyDeleteMatlab aap bhagwan me viswas nahi rakhte. Yadi himmat h tum nastiko me to mujhse argument karo.mere number par 7987334150
ReplyDeleteHimmat nahi hai bhai sirf Innsan Manav banake jina hai re bhai tum sirf ek saval ka jabab dhudo ki Jo hai so hai aur Jo nahi hai vo kya hai hi ????????
ReplyDeleteBhai sab tum tum pe
Absolutely right
ReplyDeleteये बात जिश्ने भी यहाँ लिखी है कृपया मुझसे सही तरीके से बहस करे फिर साबित कारण के दिखाना की जिसने ये पूरा ब्रम्हांड बनाया वो अदृश्य शक्ति तुम्हारा लिमिटेड साइंस है या कोई जगतकर्ता ...विज्ञानं की एक लिमिट है जो कई जगह काम नहीं करता
ReplyDeleteye sawaal mujhe confuse karta tha aaj ye bhi clear ho gaya or me or ghor naastik ban gaya hu...thanks
ReplyDeleteSC ST
ReplyDeleteOBC K LOGO KA SABSE JYADA SATYANAS DHARMIK SANGHTANO NE HI KIYAA
OR WO AJ TAK IN DHARMIK KARMKANDO OR BHAKTI SE NAHI NIKAL PAA RAHE..
JABKI MANUVADI LOG IS DESH ME IAS IPS STATE OFFICERS GOVERNMENT JOBS EDUCATION SYSTEM SAB PAR KABZA KAR RAHE H....
AAJ B SC ST OBC MINORITIES K LOGO KO POPULATION 85% HONE K BAD B INKI DESH ME HISEDARI REPRESENTATION SIRF 20 SE 30 % TAK HI H...
OR MANUVADI LOGO NE 70% SE JYADA KABZA KAR RAKHA H..
HAME WO LOG DHARMIK BANANE ME LAGE HUE H...
OR KHUD DESH ME. HAR JAGAH KABZA KARNE ME....
ISLIYE SABHI SC ST OBC MINORITIES K LOGO KO APNE REAL ISSUES KO SMJNA CHAHIYE.
APNE IMPORTANT ISSUES SOCIAL ECONOMIC EDUCATIONAL DEVELOPMENT K ISSUES..
RESERVATIONS HISEDARI REPRESENTATION K ISSUES
GARIBI BEROJGARI BUKHMARI KAM KARNA..
APNE IMPORTANT ISSUES KO DISCUSS KARNA CHAHIYE OR SOLUTION KARNE K BARE ME DEBATE OR NATIONAL LEVEL PAR INKO LAGATAAR UTHANA CHAHIYE..
SOLUTION KARNE K BARE ME SOCHNA CHAHIYE..
DHARM OR DHARMIK MUDDO PAR JIN PAR POSSIBLE HO HAME CHUP HI RAHNA CHAHIYE..
💯👍👍👍👌
ReplyDeleteएकदम सही कहा।हर धर्म एक peaceful tool है समाज और समाज मे रहने वाले सभी सजीव प्राणीओ के लिए। सबसे बडा धर्म मानवता का धर्म है। किंतु कुछ सत्ता के लालची और अवसरवादी नेता और उनकी पार्टीयां अपने राजनीतिक फायदे के लिए धर्म का गलत उपयोग करके समाज मे ना सिर्फ एक विभाजन की लकीर खिच देते हैं बल्कि मानवता के धर्म को भी राजनीतिक प्रदूषण से दूषित कर देते हैं। धर्म के नाम पर जो राजनीतिक प्रदूषण फैलाया जा रहा है नेताओं द्वारा इससे ना सिर्फ देश की प्रगती रुकी हुई है बल्कि देश मे एक असमानता और डर का और अराजकता का माहौल बना हुआ है।
ReplyDeleteहम सब एक हैं।
शांति पूर्वक माहौल और समाज मे रहना हर किसी का नैसर्गिक अधिकार है।
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#ekjorforunity
#HumSabEkHain
#GandhijiAbhiJindaHain
जो सत्य है वो है सिर्फ विज्ञान।
ReplyDeleteजो असत्य है वो है सिर्फ (काल्पनिक) भगवान।।
Bilkul sahi likha..99% logo ne khud kbhi book ko pdha nai hota sirf kuch ansh sune hote hai..
ReplyDeleteEk aur baat political log to sirf apne aap ko kisi khas group se juda hua dikhane k liye dharmik hone ka dhong krte hai..
Jay mulnivasi, #JoinBAMCEF, #Banevmbringballot, #DNABasedNRC 🙏
ReplyDeleteकुछ लोग ऐसे ऐसे सवाल करते है जैसे उनके पास उसका पुख्ता सबूत है फेकने से बाज नही आते।
ReplyDeleteसटीक और सविस्तार सही वर्णन किया है आपने🙏🙏🙏
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