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क्या ब्राह्मण वीर्य की डिमांड सबसे ज्यादा है

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पिछले कुछ सालों से एक खबर को सोशल मीडिया पर बोहोत वायरल किया गया है कि  ब्राह्मण वीर्य डिमांड सबसे ज्यादा है अगर आप किसी भी वेबसाइट पर इस खबर को पढ़ोगे तो वहां ये भी लिखा है कि मुस्लिम कपल्स डोनर शिया है या सुन्नी ये पुछते है याने कि जिनके अंदर जाती धर्म की भावना ज्यादा है उन्हें अपने जाती धर्म के डोनर का ही वीर्य चाहिए होता है  यहा भी ऐसा ही है ब्राह्मण वीर्य की डिमांड करने वाले कपल्स भी ब्राह्मण ही होते है  इस खबर में ऐसा कही नहीं लिखा है कि किसी दूसरी जाती के कपल्स ने ब्राह्मण डोनर के वीर्य की मांग की हो  असल में तथाकथित उच्चवर्णिय अपनी तथाकथित वंश शुद्धता को ज्यादा महत्व देते है इसलिए वो अपनी तथाकथित वंश शुद्धता के लिए वीर्य अपने ही जाती के डोनर का मांगेंगे  तो इस खबर में बस इतना ही सिद्घ होता है कि अपनी जाती के डोनर की मांग करने में ब्राह्मण सबसे नंबर 1 है  नाकी ये सिद्ध होता है कि दुसरे जाती के लोग ब्राह्मण वीर्य की डिमांड कर रहे है  वो बात अलग है कि डाक्टर को डोनर का धर्म बताने की परमिशन है लेकिन जाती बतने की नहीं

रामायण के कुछ खतरनाक आंकडे

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वाल्मिकी रामायण मे लिखा है कि,  राम 11 हजार वर्षो तक अयोध्या पर राज करेगा  (बालकांड 1/ 97)  दशरथ ने 60 हजार वर्षो से ज्यादा समय तक अयोध्या पर राज किया (बालकांड सर्ग 20, श्लोक 10,11)  शुद्र शंबुक के तपस्या से जिस ब्राह्मण बच्चे कि मृत्यू हुई थी वो 5 हजार साल का था  (उत्तरकांड सर्ग 73, श्लोक 5) राम ने अपने धनुष्य बाण से 14000 भयंकर राक्षसो को कुछ हि मिनट मे मारा  (अरण्यकांड सर्ग 30, श्लोक 30,31) जन्म होते हि कुंभकर्ण को बहोत भुख लगने के कारण उसने हजारो लोगों को खा लिया था  (युद्धकांड सर्ग 61, श्लोक 13)  हनुमान ने 800 मिल चौडे समुद्र को छलांग लगाकर पार किया था (सुंदर कांड सर्ग 1)  ==================  तो ये थे वाल्मिकी रामायण के कुछ मजेदार आंकडे ===============  सहायक ग्रंथ रामायण या सितायण, सुरेंद्र अज्ञात, पृष्ठ 66,67,68  सम्यक प्रकाशन दिल्ली
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बामनो का व्याभिचारी और बलात्कारी चरित्र   विदेशी बामन अपने-आप को श्रेष्ठ और संस्कारी मानते है, कोई कहता है वो महान कर्मो के कारण श्रेष्ठ हुये, कोई कहता है वो सात्विक आहार से श्रेष्ठ हुये. ये लोग अपने आप बडा हि चरित्रवान मानते है,  इसलिए हम इस लेख के माध्यम से बामन चरित्र कि समिक्षा करने वाले है,  आप इस लेख को संक्षिप्त बामन चरित्रमानस् भी कह सकते है.  बामन पराशर  महाभारत आदिपर्व मे सत्यवती अपने साथ विवाह से पहले हुई एक घटना भिष्म को बताती है  वह कहती है, एक दिन मैं नाव पर गई हुई थी. उन दिनो मे जवान थी. यमुन नदी पार कर के महर्षी पराशर मेरी नाव पर आ गये और मुझे देखकर काम पिडित हो गए.  यदि संभोग न करती तो ऋषी शाप दे सकता था.  उन्होंने अपनी योगशक्ती से अंधेरा कर दिया और मुझे अपने वश मे कर लिया. ऋषि ने मुझे वरदान दिया कि इस संभोग के परिणामस्वरुप तुम बच्चे को जन्म देकर फिर से कन्या बन जाओगी तुम्हारी योनी की झिल्ली पहले जैसी हो जाएगी.  (महाभारत आदिपर्व 104) बामन शंकराचार्य  आदि शंकराचार्य के बारे मे शंकर दिग्विजय मे है कि जब उसने मंडन मिश्...